राजदीप जाखड़, अक्टूबर 26 -- पिछले 35 साल से चर्चा के केंद्र में रहा सेंट्रल मार्केट कॉम्प्लेक्स संख्या 661/6 का मामला ध्वस्तीकरण तक यूं ही नहीं पहुंचा। इसके पीछे की कहानी एक थप्पड़ से शुरू होती है। मामला 19 अगस्त 2013 का है जब आवास एवं विकास परिषद की टीम अधीक्षण अभियंता अरविंद कुमार के नेतृत्व में भूखंड संख्या 661/6 पर डाले जा रहे लेंटर को रुकवाने गई थी। वहां मौजूद व्यापारियों ने टीम को घेर लिया था। इस बीच व्यापारी नेता और भूखंड के हिस्सेदार विनोद अरोड़ा ने परिषद के अधीक्षण अभियंता अरविंद कुमार को थप्पड़ मार दिया था। इसकी गूंज लखनऊ तक गूंजी और नौचंदी थाने में रिपोर्ट लिखाते हुए अवैध निर्माण ध्वस्तीकरण के लिए फोर्स मांगी गई, लेकिन फोर्स नहीं मिली। इसके बार परिषद ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल कर दी थी। दिसंबर 2014 में हाईकोर्ट न...