नई दिल्ली, अक्टूबर 27 -- Bihar Election 2025: बिहार की सियासत में इन दिनों तेजस्वी यादव के एक बयान की खूब चर्चा है। किशनगंज में दिए अपने हालिया बयान में कहा, "अगर हमें मौका मिला तो वक्फ बोर्ड वाला कानून फाड़ देंगे।" यह एक लाइन जैसे ही सामने आई, एनडीए खेमे में बवंडर मच गया। सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई और विपक्ष ने तेजस्वी पर धार्मिक ध्रुवीकरण का आरोप जड़ दिया। लेकिन सवाल यह है कि तेजस्वी ने आखिर यह बयान क्यों दिया? क्या यह सिर्फ भावनात्मक प्रतिक्रिया थी या इसके पीछे कोई सोची-समझी चुनावी चाल?मुस्लिम वोटों की गोलबंदी की कोशिश तेजस्वी यादव फिलहाल दो मोर्चों पर जूझ रहे हैं, एक तरफ मुस्लिम वोटों का असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का हिस्से में जाना, और दूसरी तरफ मुस्लिम समाज में फिर से अपनी पकड़ मजबूत करना। सीमांचल और किशनगंज जैसे इलाकों में ओवै...