उरई, दिसम्बर 30 -- जालौन। जालौन की तकिया चौराहे पर मजदूर अड्डा है। जहां रोज 300 से 500 मजदूर काम की तलाश में आते हैं। पर कुछ दिनों से पढ़ रही भीषण सर्दी की वजह से आधे से भी कम मजदूरों को कम मिल पा रहा है। ऐसे में जिन मजदूरों को कम नहीं मिल रहा है, उनके आगे एक टाइम का घर का चूल्हा जलाना मुश्किल हो रहा है। मजदूर कमल ने बताया कि ठंड तो हर साल पड़ती है, लेकिन इस बार काम ही नहीं है। घर में बच्चे हैं, बुजुर्ग हैं अगर काम नहीं करेंगे तो चूल्हा कैसे जलेगा। कई मजदूर ऐसे भी हैं जो सुबह घर से निकलते वक्त उम्मीद लेकर आते हैं, लेकिन शाम को खाली जेब और भारी मन के साथ लौटते हैं। सर्द मौसम के चलते अधिकतर निजी निर्माण कार्य ठप पड़े हैं। सरकारी और निजी प्रोजेक्ट्स की रफ्तार धीमी होने से सबसे ज्यादा असर असंगठित क्षेत्र के मजदूरों पर पड़ा है।

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