आगरा, मई 4 -- पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण को लेकर बिजली कर्मियों में रोष बढ़ता जा रहा है। दक्षिणांचल से लेकर लखनऊ तक बिजलीकर्मी क्रमिक अनशन कर रहे हैं। संघर्ष समिति के आह्वान पर सोमवार को बिजली कर्मचारी एक घंटे अपने घरों की बत्ती बंद करके प्रदर्शन करेंगे। ताकि, जनता तक ये संदेश पहुंच सके कि निजीकरण प्रदेश को लालटेन युग में ले जाने वाला है। निजीकरण के बाद बिजली की दरें तीन गुना बढ़ जाएंगीं। लोगों को बिजली बंद करके लालटेन का इस्तेमाल करना पड़ेगा। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि निजीकरण में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। निजीकरण को नियुक्त किए ट्रांजेक्शन कंसल्टेंट ग्रांट थॉर्टन का फर्जीवाडा एक महीने पहले सामने आ गया है। लेकिन, कंसल्टेंट को ब्लैक लिस्ट करने व नियुक्ति आदेश को रद्द करने के स्थान पर पॉवर ...