गोरखपुर, सितम्बर 28 -- गोरखपुर। प्रो. यूपी सिंह ने यूं तो पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति, गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति, उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय एक्ट संशोधन समिति के चेयरमैन सहित कई बड़ी जिम्मेदारियां संभालीं लेकिन महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष का दायित्व उन्होंने सबसे लंबे समय और उम्र के आखिरी पड़ाव तक निभाया। वह गणित के परम ज्ञानी और गृहस्थ संन्यासी रहे। उन्होंने कॅरियर की शुरुआत गोरक्षपीठ के कॉलेज से की और विभिन्न बड़े दायित्वों से सेवानिवृति के बाद तीन दशक से अधिक समय तक स्वयं को पीठ के प्रति पूरी तरह समर्पित रखा। उनका हर दिन गुरु गोरखनाथ की अराधना से शुरू होता और उन्हीं की छत्रछाया में सेवा करते-करते शाम हो जाती थी। एक सितंबर 1933 को जन्मे उदय प्रताप सिंह शुरू से ही मेधावी थे। वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय...
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