भोपाल, दिसम्बर 29 -- बाघों का गढ़ कहें या टाइगर स्टेट, हिंदुस्तान का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश को लोग इस एक नाम से भी जानते हैं, लेकिन बाघों के घर में टाइगर सुरक्षित नहीं हैं। एमपी के सागर में एक और बाघिन की मौत ने इस साल कुल मौतों का आंकड़ा 55 पहुंचा दिया है। यह घटना न केवल राज्य के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों पर सवाल उठाती है, बल्कि 2025 को मध्य प्रदेश में बाघों के लिए अब तक का सबसे खतरनाक साल बना देती है। ताजा घटना सागर-धाना रोड पर हिलगन गांव के पास, दक्षिण सागर वन मंडल के धाना फॉरेस्ट रेंज की है। यह लगभग 8 से 10 वर्ष की वयस्क मादा बाघिन थी। शरीर पर चोट के कोई बाहरी निशान नहीं मिले हैं, जिससे शिकार (Poaching) की संभावना कम दिखती है। हालांकि, अधिकारियों को आशंका है कि करंट इसकी वजह हो सकती है, क्योंकि ग्रामीण अक्सर जंगली सूअरों से फसल ...