बोकारो, मई 13 -- पेटरवार, प्रतिनिधि। प्रखंड के तहत पड़ने वाले अरजुवा पंचायत के आदिवासी बाहुल्य अरजुवा गांव में इन दिनों ग्रामीणों को पानी के लिए पानी-पानी होना पड़ रहा है। इस गांव में नल जल योजना इन दिनों हाथी का दांत के समान हो गया है, जिसके कारण ग्रामीणों को पानी के लिए घोर संकट का सामना करना पड़ रहा है। आदिवासी बाहुल्य गांव अरजुवा खास में एक चापाकल है जो सौर ऊर्जा से संचालित होता है। इस चापाकल से पानी लेने के लिए सुबह से शाम तक महिलाएं हाथों में डेकची और बाल्टी लेकर पानी लेने के लिए घंटों लाइन में लग कर इंतजार करना पड़ता है तब ग्रामीणों को पीने का पानी उपलब्ध हो पाता है। ग्रामीणों को स्नान करने के लिए गांव से करीब दो किलोमीटर दूर एक जोरिया नाला पर जाना पड़ता है और गंदा पानी से स्नान करने पर विवश होना पड़ता है। इस गांव में पांच वर्ष पूर्व पेय...