प्रयागराज, जुलाई 6 -- प्रयागराज, अनिकेत यादव। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ के विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से ऐसा उपकरण विकसित किया है, जिसके बाजार में आने के बाद टूटी हड्डी की जांच के लिए एक्सरे कराने की आवश्यकता नहीं होगी। दावा किया जा रहा है कि यह उपकरण एक्सरे की तुलना में इस बात की ज्यादा सटीक जानकारी देगा कि हड्डी टूटी है या नहीं। इसका एक और फायदा होगा कि सेंसर आधारित इस उपकरण से मरीजों को रेडिएशन के खतरे से भी बचाया जा सकेगा। संस्थान के अप्लाइड मैकेनिक्स विभाग के डॉ. अभिषेक तिवारी, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन (ईसीई) ब्रांच के प्रो. योगेद्र कुमार, केजीएमयू के अस्थि शल्य विभाग के डॉ. रविंद्र मोहन और शोधार्थी ऋषभ सिंह और अर्चना ने मिलकर दो साल के अथक परिश्रम ...