अलीगढ़, मई 4 -- अलीगढ़ । कार्यालय संवाददाता एएमयू के पेट्रोलियम अध्ययन विभाग के शोधकर्ताओं ने ग्रीन हाइड्रोजन तकनीक को विकसित कर लिया है। अब सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा के अलावा पानी से बिजली पैदा की जा सकेगी। इस तकनीक को विकसित करने डॉ. सैयद जावेद अहमद रिजवी और उनके शोधकर्ता डॉ. सलाह अल-मुफ्ती को सात साल कठिन वक्त लगा है। डॉ. सैयद जावेद अहमद रिजवी ने बताया कि अभी तक हमारे पास ग्रीन एनर्जी के नाम पर सौर ऊर्जा, पवन उर्जा थी। सौर ऊर्जा को इस्तेमाल करने के लिए हमें बैट्री और इनवर्टर पर निर्भर रहना पड़ता है। जबकि पवन ऊर्जा के लिए हवा का चलना आवश्यक है, जिसे स्टोर नहीं किया जा सकता है। पर ग्रीन हाइड्रोजन तकनीक से ऐसा नहीं करना पड़ेगा। इसे बस एक सिलेंडर के माध्यम से कभी भी कहीं भी प्रयोग किया जा सकेगा। यह पेटेंटेड तकनीक प्रोटॉन एक्सचेंज मेम्ब्रेन (पीई...