उन्नाव, अप्रैल 17 -- उन्नाव, संवाददाता। जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर में काउंसलर का पद रिक्त होने से एचआईवी मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। यह सेंटर केवल स्टाफ नर्स और अन्य कर्मियों के भरोसे चल रहा है। काउंसलर की भर्ती कब तक होगी, इसका जवाब जिम्मेदार भी नहीं दे पा रहे हैं। ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस को आमतौर पर एचआईवी कहा जाता है। यह वायरस संक्रमित मरीज के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है और एड्स नामक गंभीर बीमारी का कारण बनता है। आमतौर पर एचआईवी पीड़ित मरीज भावनात्मक रूप से कमजोर हो जाता है। ऐसे में उसकी मनोदशा को स्थित रखने, संक्रमण की स्थिति और इलाज के विकल्पों की जानकारी देने के लिए इन मरीजों की काउंसलिंग की जाती है। इसके लिए जिला अस्पताल के प्रथम तल पर एआरटी सेंटर संचालित है। यहां रोजाना करीब पांच से दस मरीज काउंसलिंग के लिए प...