मेरठ, फरवरी 17 -- मेरठ। वरिष्ठ संवाददाता एआई आने वाले समय में कई समस्याओं का हल खोजने में सहायक होगा, लेकिन इसके संभावित दुष्परिणाम पर भी गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। यह विचार आईआईएमटी इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित एचआर सिनर्जी समिट में रखे गए, जिसमें आईआईएमटी ग्रुप चेयरमैन योगेश मोहन गुप्ता ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ऋषि इंटेलिजेंस अर्थात भारतीय विज्ञान को भी ध्यान में रखना आवश्यक बताया। आईआईएमटी ग्रुप चेयरमैन योगेश मोहन गुप्ता व अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर समिट का शुभारंभ किया गया। सम्मेलन की शुरुआत प्रो नीलम श्रीवास्तव डीन ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डॉ अब्दुल कलाम टेक्निकल विश्वविद्यालय के शब्दों के साथ हुई। मुख्य सत्र में डीटीयू दिल्ली के प्रोफेसर अनिल परिहार, प्रशिक्षण और प्लेसमेंट प्रमुख शिखर गुप्ता निदेशक पीडब्ल्यू...