मेरठ, जून 6 -- आप एआई से काम कराएं। यह आपसे ज्यादा नहीं जानता। शिक्षकों के पास जितना ज्ञान है, वह इसके पास नहीं। एआई कभी गुरू नहीं बन पाएगा। यह टीचिंग असिस्टेंट है जो ना कभी बीमार पड़ेगा और ना ही अनुपस्थित होगा। हमें एआई पर निर्भर नहीं होना है बल्कि इसे सहायक के रूप में प्रयुक्त कर अपनी रचनात्मकता को दिखाना होगा। चौ.चरण सिंह विवि कैंपस में शिक्षकों को शिक्षण में एआई के प्रयोग के लिए हुई वर्कशॉप में यह बात रिसर्च एंड इनोवेशन, कलाम सेंटर में इंचार्ज गुंजा कपूर ने कही। शिक्षकों द्वारा रचनात्मकता खत्म होने के सवाल पर गुंजा कपूर ने कहा कि ऐसा नहीं है। हम एआई का प्रयोग करके और क्रिएटिव हो सकते हैं। गुंजा कपूर के अनुसार शिक्षक यह मानकर चलें कि आपका स्टूडेंट स्मार्ट हो गया है। ये मानकर चलिए कि आपका पेपर लीक हो चुका है... शिक्षकों ने सवाल किया कि ...
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