बिजनौर, अप्रैल 22 -- कुत्ते व गुलदार के काटने से थर्ड केटेगरी के घायलों को एंटी रैबीज सीरम की जरूरत पड़ती है, लेकिन सरकारी अस्पतालों में इसकी कमी है। सिर्फ जिला अस्पताल में इसकी उपलब्धता के कारण दूरस्थ इलाकों की पीएचसी-सीएचसी से भी सीरम के लिए रेफर करना मजबूरी बना हुआ है। गौरतलब है, कि एंटी रैबीज वैक्सीन तो जिले की सभी पीएचसी-सीएचसी पर उपलब्ध है, लेकिन इमरजेंसी में कुत्ते व गुलदार आदि के काटने से थर्ड केटेगरी के घायलों को लगाने के लिए एंटी रैबीज सीरम उपलब्ध नहीं है। इसके लिए ऐसे घायलों को लंबी दूरी तय करके जिला अस्पताल आना पड़ता है। जनता की मांग है कि एंटी रैबीज वैक्सीन की तरह एंटी रैबीज सीरम भी सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध होना चाहिए। ये सीरम बाजार से लेने पर करीब सात सौ रुपये से लेकर दो से ढाई हजार रुपये तक का आत...