गाज़ियाबाद, सितम्बर 19 -- गाजियाबाद। श्री सुल्लामल रामलीला में शुक्रवार को ऋषि पुत्री वेदवती के दशानन को श्राप के माता सीता ने मिथिला में दोबारा जन्म लिया। राजा जनक के घर सीता के जन्म से जनकपुरी वासी झूम उठे। वहीं, ऋषि विश्वामित्र के यज्ञ की रक्षा के लिए श्रीराम ने ताड़का और सुबाहू का वध कर दिया। घंटाघर रामलीला के मंच पर शुक्रवार को सीता जन्म के प्रसंग का सुंदर मंचन किया गया। इसके अलावा हवन यज्ञ में बाधा उत्पन्न करने वाले असुरों के नाश के लिए ऋषि विश्वामित्र ने राजा दशरथ से प्रभु श्रीराम व लक्ष्मण को मांगा। श्रीराम व लक्ष्मण द्वारा असुरों का वध किया। ताड़का सुकेतु यक्ष की पुत्री थी, जिसका विवाह सुड नामक राक्षस के साथ हुआ था। यह अयोध्या के समीप स्थित सुंदर वन में अपने पति और दो पुत्रों सुबाहु और मारीच के साथ रहती थी। उसी वन में विश्वामित्र...