लोहरदगा, फरवरी 24 -- लोहरदगा, संवाददाता। अविराम कॉलेज ऑफ एजुकेशन, टिको, लोहरदगा और वैश्विक संस्कृत मंच के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को एक दिवसीय राष्ट्रीय ई संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें महाकुंभ की वैज्ञानिकता और महात्मय पर देशभर के शिक्षाविदों और विद्वानों ने अपने विचार रखे। विशिष्ट वक्ता प्रसिद्ध विद्वान और रचनाकार वर्तमान में संस्कृत विभागाध्यक्ष इलाहाबाद डिग्री कॉलेज प्रो राजेंद्र त्रिपाठी रसराज थे। इन्होंने कुंभ शब्द की व्युत्पत्ति, ऋग्वेद से लेकर पुराण तक में कुंभ के महात्म्य और ऋषियों द्वारा कैसे विद्वत सम्मेलन किए जाने की परिपाटी थी, जिसमें भारद्वाज ऋषि के कार्यों और हजारों विद्यार्थी अध्ययनरत थे, इसपर चर्चा की। कहा कि ऋषि मुनि वैज्ञानिक तथा अनुसंधानकर्ता थे। कुंभ शब्द घट,पृथ्वी आदि अर्थ में प्रयुक्त होता है। कुंभ का महात्म...