विकासनगर, सितम्बर 21 -- सरस्वती कला मंच की ओर से बाबूगढ़ में आयोजित की जा रही रामलीला के तहत विश्वमित्र यज्ञ, ताड़का वध और मारिच सुबाहु वध की लीलाओं का मंचन किया गया। प्रथम दृश्य में दिखाया गया कि माता सीता ने मिथिला में दोबारा जन्म लिया। राजा जनक के घर सीता के जन्म से जनकपुरी वासी झूम उठे। दूसरे दृश्य में दिखाया गया कि वन में सुबाहु मारिच का राज होता है। वो राहगीरों को लूटने के साथ ही मारकाट करते रहते हैं। अपनी ताकत के मद में चूर होकर वह विश्वामित्र के यज्ञ को विध्वंस कर देते हैं। तीसरे दृश्य में विश्वामित्र राजा दशरथ के दरबार में पहुंचकर राजा दशरथ से राम-लक्ष्मण को उनके साथ भेजने को कहते हैं। राजा दशरथ के मन में संशय होता है, लेकिन गुरु वशिष्ठ द्वारा उनके मन के संशय को दूर कर दिया जाता है। राम-लक्ष्मण विश्वामित्र के साथ वनों में जाते है...