सोनभद्र, अक्टूबर 14 -- दुद्धी, हिंदुस्तान संवाद। रामलीला मैदान पर चल रहे श्रीसुदर्शन महायज्ञ 21 कुंडीय के दौरान लगातार ऋषि परम्परा से गौ वंश की पूजा श्री श्री 1008 नारायणाचार्य महाराज ने यज्ञ के यजमानों के साथ की जा रही है। मान्यता है कि गौ माता में समस्त देवी देवताओं का वास होता है,उनके शरीर के विभिन्न अंगों का अलग-अलग महत्व है। जैसे गौ मूत्र में गंगा का वास और उनके गोबर में लक्ष्मी का वास रहता है। इनके चरण स्पर्श मात्र से ही मनुष्यों को लाभ मिलता है। 21 कुंडीय यज्ञ के पंचम दिवस भक्तों का जनसैलाब यज्ञ शाला के फेरी के लिए उमड़ पड़ा। जहां सुबह करीब छः बजे से दोपहर बाद तक पुरुष सहित माताएं बहने एवं बच्चों ने कम से कम चार बार और अधिक से अधिक ग्यारह, इकीस और इक्यावन बार फेरी लगाए । कुछ भक्तों ने तो 108 बार भी फेरी लगाए और सुख शांति एवं समृद्ध...