लखनऊ, जुलाई 25 -- ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को एक बार फिर अपनी कही बात पर स्पष्टीकरण देना पड़ा है। इस बार उन्हें बैठक में अधिकारियों से कहे गए वाक्य, 'यह कोई बनिये की दुकान नहीं है' पर अपना नजरिया साफ करना पड़ा है। इससे पहले मंत्री को बिहार के मसले पर बयान, 'न बिजली आएगी न बिल आएगा', पर स्पष्टीकरण देना पड़ा था। बुधवार को शक्ति भवन में हुई समीक्षा बैठक में मंत्री ने अधिकारियों के पेच कसते हुए कहा था कि हम कोई बनिये की दुकान नहीं चला रहा है कि पैसा नहीं दिया तो सामान नहीं मिलेगा। यह जनसेवा है। हमें इसी भाव के साथ काम करना चाहिए। मंत्री के इस बयान के बाद बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण रद्द करने की मांग की तो वैश्य समाज ने इसे अपने ऊपर कटाक्ष माना था। कई संगठनों ने इसका विरोध भी जताया। मंत्री ने स्पस्टीकरण देते हुए अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफ...
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