बदायूं, अक्टूबर 6 -- हजरत मजाक मियां रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर 135 वें तीन रोजा सालाना उर्स के आखरी दिन रात भर कब्बालियों का दौर चला। कुल शरीफ की रस्म सुबह में हुयी। इस दौरान मुल्क और कौम की तरक्की के लिए दुआयें की गयी। बरेली के कब्बाल जीशान फैजान मजाकी, सिरौली के बिट्टू शेरी, आरिफ नियाजी बरेली, मासूम कब्बाल शाहजहांपुर, सलमान कब्बाल शाहजहांपुर, माजिद नियाजी रामपुर, कब्बाल तनवीर बरेली ने अपनी टोलियों के साथ पाकीजा व रुहानी कलामों की बौछार कर महफिल में समां बांध दिया। लोगों ने खुश होकर कब्बालों के ऊपर नोटों की बारिश की। यहां आये अकीदतमंदों एवं जायरीनों ने हजरत मजाक मियां के मजारे मुबारक पर चादरपोशी व गुलपोशी की और दुआयें व मन्नतें मांगी। दोपहर में एक बजे तीसरे कुल शरीफ की रस्म अदायगी कर वतन व कौम के अमनो आमान, खुशहाली व सलामती के लिये दुआ...