धनबाद, अक्टूबर 9 -- लोयाबाद, प्रतिनिधि। हजरत सैयद अब्दुल अजीज शाह रहमतुल्लाह अलैह के 88वें सालाना उर्स के तीसरे दिन मंगलवार की रात दरगाह परिसर में शानदार कव्वाली का आयोजन हुआ। अजमेर (राजस्थान) के मशहूर कव्वाल फरीद वारसी और मुजफ्फरपुर (बिहार) के कव्वाल दिलबर साबरी के बीच रोमांचक मुकाबला-ए-कव्वाली हुआ। भर दो झोली मेरी या मुहम्मद..., छाप तिलक सब छीनी रे... जैसे सूफियाना कलामों पर देर रात तक तालियों की गूंज होती रही। कार्यक्रम में सभी मजहबों के लोग शामिल हुए और दरगाह परिसर में भाईचारे व मोहब्बत का पैगाम गूंजता रहा। उर्स कमेटी की सफलता में निसार मंसूरी, अनवर मुखिया, सिकंदर आजम, मो. मकसूद अंसारी, मो. जमाल आदि की अहम भूमिका रही। बुधवार को पूर्व मंत्री व प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने दरगाह में चादरपोशी कर देश में अमन-शांति ...
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