संभल, मई 30 -- जनपद की मिट्टी में दिनों-दिन घट रही जैविक तत्वों की मात्रा (जीवांश कार्बन) को संतुलित करने के लिए कृषि वैज्ञानिक किसानों को जागरूक कर रहे हैं। वैज्ञानिक किसानों को मक्का की उपज लेने के बाद अवशेषों को जुताई कर मिट्टी में मिलाने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही किसानों को खेत में ढ़ेंचा और दलहनी फसलें बोने की सलाह दे रहे हैं। जिलेभर में किसान अधिक उपज लेने के लिए अंधाधुंध रसायनों का उपयोग कर रहे हैं। जिसका मिट्टी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जिससे किसानों के लिए आर्थिक रूप से नुकसान हो रहा है। मिट्टी की सेहत सुधरे और किसानों को आर्थिक लाभ हो, इसके लिए वैज्ञानिक किसानों को प्रेरित कर रहे हैं कि मक्का की उपज लेने के बाद उसके अवशेषों को हैरों से जुताई कर मिट्टी में मिला दें, इससे न केवल खेत की मिट्टी को आवश्यक जीवांश मिलेगा, बल्कि भू...