लखनऊ, दिसम्बर 1 -- यायावर रंगमंडल की ओर से चालीस दिवसीय अभिनय कार्यशाला के अंतर्गत तैयार नाट्य प्रस्तुति उर्मिला का मंचन सोमवार को किया गया। मोहम्मद हफीज के निर्देशन राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में मंचित नाटक से देवी उर्मिला के त्याग, कर्तव्यनिष्ठता, धैर्य और आत्मनियंत्रण को सशक्त रूप में दर्शाया गया। नाटक उर्मिला का प्रारम्भ मंगलाचरण के साथ होता है, जिसे सूत्रधार एक सूत्र में पिरोते हुए रामायण कथन को आगे बढ़ाते हैं। इसमें यथास्थान मानस की चौपाइयों और दोहों का सुन्दर संयोजन देखने और सुनने को मिला। प्रारंभ में प्रथम देव की स्तुति करते हुए वर्णानामर्थ संघानां अर्थात मैं उन अक्षरों, अर्थों के समूहों, रसों, छंदों और मंगल को करने वाली भगवती सरस्वती और भगवान गणेश की वंदना करता हूं, के माध्यम से श्रद्धापूर्वक भावांजलि अर्पित की गई। नाटक ने दर्शको...