बिजनौर, फरवरी 7 -- तुम भी रो लेना, आखिर हम किस-किस को समझाएंगे, आ जाएगी बारी बस उसी दिन मर जाएंगे उर्दू व्याकरण शायरी के मशहूर शायर मन्नान बिजनौरी का 65 वर्ष की उम्र में कैंसर की बीमारी के चलते मुंबई में निधन हो गया। उनकी मौत की खबर से जनपद बिजनौर में शोक की लहर दौड़ गई। मन्नान बिजनौरी के परिजन शुक्रवार देर रात उनके शव को अपने पैतृक गांव नसीरपुर नैन पहुंचे, जहां शनिवार को उनके शव को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। क्षेत्र के गांव नसीरपुर नैन सिंह में 15 जून 1965 को जन्में अब्दुल मन्नान बिजनौरी ने उर्दू के उस्ताद शायर व शायरी की व्याख्यान में महारत हासिल की। मन्नान बिजनौरी पिछले करीब 30 वर्षों से मुंबई में रह रहे थे, वहां उनका बेकरी का बड़ा कारोबार था। इसके साथ ही वे बिजनौर से से भी जुड़े रहे। उन्होंने जनपद व अन्य जनपदों में आयोजित होने वाले ऑल ...