औरंगाबाद, मई 8 -- गोह प्रखंड के झारी निवासी सेना के रिटायर्ड जवान सुरेश सिंह ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की यादें साझा की हैं। उन्होंने बताया कि यह युद्ध मात्र 13 दिनों तक चला और बांग्लादेश के निर्माण का आधार बना। बताया कि उन्होंने इस युद्ध में हिस्सा लिया था। युद्ध 3 दिसंबर, 1971 को शुरू हुआ था। वे और उनके साथी दरसना, कुलना, कुस्तिया जैसे क्षेत्रों से होते हुए ढाका पहुंचे थे। उन्होंने यह भी कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनकी 26 मांगों को स्वीकार किया था, जिसमें सेना के वर्दी और नेम प्लेट के साथ लड़ने की मांग शामिल थी। युद्ध समाप्त होने के बाद सभी जवानों को कृष्णानगर से कोटकपूरा तक विशेष ट्रेन से वापस लाया गया। भारत में प्रवेश करते ही यहां की जनता ने उनका भव्य स्वागत किया। 1972 में दिल्ली में आयोजित एक समारोह में युद्ध ...
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