भागलपुर, अप्रैल 7 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता अधेड़ वय उम्र वालों को अब तक अपनी चपेट में ले रहा टेक्स्ट नेक सिंड्रोम अब उम्र ये सीमा तोड़कर किशोरों से लेकर युवाओं को अपना शिकार बना रहा है। बीते एक साल में तो बड़ी संख्या में किशोरों व युवाओं को टेक्स्ट नेक सिंड्रोम ने दर्द दिया है। इस सिंड्रोम के शिकार लोगों में गर्दन व पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द हो रहा है। अस्पतालों से लेकर क्लीनिकों में इसके शिकार मरीजों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है। चिकित्सकों की माने तो स्मार्टफोन व कंप्यूटर का अत्यधिक इस्तेमाल किशोरों व युवाओं टेक्स्ट नेक सिंड्रोम का दर्द दे रहा है। केस नंबर एक: 12 वर्षीय अनुराग करीब डेढ़ साल से स्मार्टफोन पर गेम, मूवी व सोशल मीडिया देख रहा था। बीते छह माह में उसके गर्दन व पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द हुआ तो उसे इलाज के लिए मा...