लखीसराय, फरवरी 25 -- लखीसराय, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले की धरती अपनी ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए जानी जाती है। कभी पाल वंश की धार्मिक राजधानी रह चुका यह इलाका, न केवल अपने समृद्ध इतिहास बल्कि आध्यात्मिक धरोहरों के लिए भी विख्यात है। यह वही पावन भूमि है, जहां के राजा इंद्रद्युम्न उर्फ इंद्रपाल ने अपनी विद्वता, दानशीलता, न्यायप्रियता और सत्यनिष्ठा से पूरे देश में एक अलग पहचान बनाई थी। इसी भूमि पर स्थित है बड़हिया प्रखंड के बहादुरपुर गांव का प्रसिद्ध पंचवदन महादेव मंदिर, जो सदियों से श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का केंद्र बना हुआ है। मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में स्थापित अति प्राचीन अलौकिक शिवलिंग पूरे भारत वर्ष में इकलौता है। पंचवदन महादेव मंदिर की सबसे विशेष बात है इस शिव मंदिर में शिवलिंग के स्थान पर लिंगबेर स्थापित है...
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