वाराणसी, अगस्त 29 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। मुंशी प्रेमचंद की परम्परा के संवाहक, कथा शिल्पी राजेन्द्र यादव की 96वीं जयंती पर तेलियाबाग स्थित सरदार पटेल स्मृति भवन में गुरुवार को 'सत्तामुखी-साहित्य और साहित्यकार विषयक गोष्ठी और काव्य संगोष्ठी हुई। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार (पूर्व जिला जज) चन्द्रभाल सुकुमार ने कहा कि राजेन्द्र यादव अपनी कलम से सदैव समाज के उपेक्षित लोगों की आवाज उठाते रहे। वह हिंदी साहित्य में 21वीं सदी के सन्नाटे की आवाज थे। विशिष्ट अतिथि डॉ. शिवपति सिंह ने कहा कि राजेन्द्र यादव ने साहित्य कुलीनतावाद और रूढ़िवादी परम्पराओं को चुनौती दी। अध्यक्षता श्याम सुंदर ने की। इस दौरान कवि बृजेश पांडेय, सिद्धनाथ शर्मा, चितिंत बनारसी, बुद्धिनाथ तिवारी, शंकर आनंद, विपिन कुमार आदि ने काव्य पाठ किया। गोष्ठी को प्रो. दयाशंकर, डॉ. ...