साहिबगंज, अप्रैल 19 -- साहिबगंज। साहिबगंज शहर में इसाईयों के कई कब्रिस्तान इस समय अपना वजूद बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहा है। प्रशासनिक संरक्षण व उपेक्षा के कारण शहर के ईसाई कब्रिस्तान जंगल व सांपों का बेसरा बन गया है। दरअसल, शहर में दो दो ईसाई कब्रिस्तान हैं। एक पश्चिमी रेलवे क्रॉसिंग के पास अंजुमननगर से सटे क्षेत्र में एवं दूसरा नार्थ कॉलोनी चर्च रोड में रेलवे के पावर हाउस के पास। पश्चिमी फाटक के पास वाला कब्रिस्तान सबसे पुराना है। रेलवे परिसर का कब्रिस्तान इससे बाद का बताया जाता है। कुछ साल पहले तक यहां कई ब्रिटिश शासक व उनके परिजनों का कब्र मौजूद थे। कई कब्र संगमरमर , बेशकीमती पत्थर, तांबा, पीतल आदि से डिजाइन बने थे। यहां सबसे पुराना कब्र 1832 का था। इस कब्रिस्तान में 203-04 तक ईसाई समाज के लोग शव को दफनाने आते थे। हालांकि बीते करीब दो...