पटना, नवम्बर 21 -- पत्नी को विधायक और बेटा को मंत्री बनाए जाने के बाद हो रही आलोचना का रालोमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जवाब दिया है। शुक्रवार को उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लम्बा पोस्ट कर सफाई दी। उन्होंने कहा कि अगर आपने हमारे निर्णय को परिवारवाद की श्रेणी में रखा है, तो जरा समझिए मेरी विवशता को। पार्टी के अस्तित्व और भविष्य को बचाने और बनाए रखने के लिए मेरा यह कदम जरूरी ही नहीं अपरिहार्य था। उन्होंने कहा कि पार्टी के निर्णय को लेकर पक्ष और विपक्ष में आ रही प्रतिक्रियाएं उत्सावर्धक और आलोचनात्मक दोनों हैं। पूर्वाग्रह से ग्रसित आलोचकों के लिए बस इतना ही कि, सवाल ज़हर का नहीं था, वो तो मैं पी गया। तकलीफ़ उन्हें तो बस इस बात से है कि मैं फिर से जी गया। रही बात दीपक प्रकाश की तो जरा समझिए, वह विद्यालय की कक्षा में फेल विद्यार्थी नहीं है। मेह...