रायपुर, सितम्बर 1 -- बस्तर शांति समिति के सदस्यों ने सभी सांसदों से अपील की है कि वे इंडिया ब्लॉक के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी का समर्थन न करें। उन्होंने 2011 में इस क्षेत्र में 'सलवा जुडूम' आंदोलन को खत्म करने का फैसला सुनाया था। रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हैं। सदस्यों ने कहा कि बी. सुदर्शन रेड्डी और जस्टिस एस.एस. निज्जर के इस फैसले ने बस्तर क्षेत्र को अंधकार युग में धकेल दिया, जिससे नक्सली हिंसा की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई। बस्तर शांति समिति से जुड़े कवाडे ने एएनआई को बताया कि बस्तर में नक्सलवाद की हिंसा से तंग आकर वहां के लोगों ने 'सलवा जुडूम' नाम से एक आंदोलन शुरू किया। यह इतना शक्तिशाली था कि नक्सलियों को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा। फिर 2011 में दिल्ली में कुछ नक्सल समर्थकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज...