लखनऊ, नवम्बर 5 -- राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने दावा किया है कि उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद से उनकी बिजली की खपत बढ़ गई है। हालांकि, उनका खर्च कम हो जाना चाहिए क्योंकि स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं को बिजली में दो प्रतिशत की रियायत दी जाती है। उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने पावर कॉरपोरेशन से मांग की है कि वह बीते साल के महीनों में उपभोक्ताओं के कुल खर्च का आंकड़ा जारी करे जब उनके घरों में पोस्टपेड मीटर लगे थे और उन्हीं महीनों में इस साल का आंकड़ा जब उनके यहां प्रीपेड मीटर लग गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 अक्तूबर तक 44.37 लाख उपभोक्ताओं के यहां लगे पोस्टपेड मीटरों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बदला जा चुका है। इनमें से 20.66 लाख उपभोक्ताओं के मीटर प्रीपेड मोड में काम भी करना शुरू कर दिए ...