प्रयागराज, दिसम्बर 6 -- प्रयागराज। उद्यान विभाग की ओर से खुसरोबाग के औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र में मालियों व किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। खुसरोबाग के उद्यान प्रभारी वीके सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में मिट्टी की उर्वरक क्षमता लगातार घट रही है। उर्वरक क्षमता बढ़ाने के लिए कंपोस्ट और गोबर की खाद का बागवानी के किसान और माली को अधिक उपयोग करें। इसमें रसोई के कचरे, पत्तियों और फसल अवशेषों से बनी कंपोस्ट या फिर सड़ी हुई गोबर को मिट्टी में मिलाने से भी मिट्टी में पोषक तत्व और उर्वरक क्षमता में वृद्धि होती है। वहीं, मिट्टी की घटती उर्वरक क्षमता का सबसे बड़ा कारण मिट्टी में खाद का अधिक प्रयोग करना है। जबकि मिट्टी में अधिक से अधिक जैविक खादों का उपयोग करना चाहिए।

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