देहरादून, नवम्बर 7 -- देहरादून। राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में तकनीकी शिक्षा के बदलते स्वरूप पर पैनल चर्चा हुई। तकनीकी शिक्षा का बदलता स्वरूप: अतीत, वर्तमान और भविष्य विषय पर शिक्षाविदों और तकनीकी विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए। चर्चा का उद्देश्य यह समझना था कि बदलती वैश्विक प्रतिस्पर्धा और रोजगार की जरूरतों के अनुरूप उच्च तकनीकी शिक्षा को किस दिशा में आगे बढ़ाया जाना चाहिए। कार्यक्रम की शुरुआत कुलगीत व दीप प्रज्ज्वलन से हुई। शुरुआती व्याख्यान महिला प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो. मनोज कुमार पांडा ने दिया। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा केवल पाठ्यक्रम और परीक्षा तक सीमित नहीं रह सकती। विद्यार्थियों में समस्या समाधान क्षमता, शोध दृष्टि और प्रयोगधर्मिता विकस...
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