बदायूं, जुलाई 26 -- सहसवान, संवाददाता। जहांगीराबाद मोहल्ले के श्री बांके बिहारी मंदिर में चल रही श्रीमद भागवत कथा के छठे दिन कथाव्यास पं. हर्षित उपाध्याय ने उद्धव चरित्र की कथा सुना कर भक्तों को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने गोपी शब्द का अर्थ बताते हुए कहा जो हर इंद्रियों से कृष्ण रस का पान करे उसको गोपी कहते हैं। कथा व्यास ने बताया राष्ट्र में सभी सामाजिक भी बनें। हम केवल अपने लिए जीकर मानव नहीं कहला सकते हैं। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और सामाजिक प्राणी होने का अर्थ है अपने एवं अपनों के साथ-साथ समाज के लिए भी कुछ करना। समाज में हमारे बहुत सारे अधिकार हैं। निजी सुख के लिए उन अधिकारों का अवश्य प्रयोग करना चाहिए लेकिन समाज के प्रति हमारे बहुत सारे कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व भी हैं। इसलिए सामाजिक हित में उनका ध्यान रखना भी आवश्यक हो जाता है। ह...