पटना, अप्रैल 4 -- लोक आस्था का महापर्व चैती छठ शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया। 01 अप्रैल को नहाय-खाय से यह पर्व शुरू हुआ था। शुक्रवार को छठ व्रतियों ने रवियोग में भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के बाद घाट की पूजा कर 36 घंटे का निर्जला व्रत तोड़ा। चार दिवसीय छठ महापर्व के अंतिम दिन छठी मइया और भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना करते हुए व्रतियों ने सुख, समृद्धि, शांति, निरोगी काया का आशीर्वाद मांगा। राजधानी के विभिन्न छठ घाटों से लेकर मोहल्लों के पार्कों, तालाबों और घरों, अपार्टमेंटों की छतों पर व्रतियों ने सूर्य को अर्घ्य दिया। गर्दनीबाग स्थित कच्ची तालाब, माणिकचंद तालाब, विजयनगर चमनचक स्थित देवी मंदिर तालाब, 70 फीट, अनीसाबाद, राजेन्द्र नगर सब्जी मंडी पार्क स्थित तालाब में व्रतियों की भीड़ उमड़ी। छठ प्रसाद ग्रहण करने की...