बगहा, अक्टूबर 29 -- मैनाटांड़। उग हो सूरज देव भईले अरघ के बेर, दर्शन दी ही ना ए सूरज देव आदि छठ गीतों के साथ मंगलवार की सुबह छठ व्रतियों ने उदयाचल सूर्य को अर्घ्य दिया। इसी के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ का समापन हो गया। सोमवार की शाम को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य कोअर्घ्य दिया। सोमवार के दिन के दो बजे से ही छठिया घाट पर लोगों की भीड़ पहुंचने लगी थी। प्रखंड मुख्यालय, इनरवा, पिड़ारी, मर्जदवा, भंगहा, रामपुर,डमरापुर, मैनाटाड़ , पुरैनिया,झझरी आदि जगहों के छठ घाटों पर व्यवस्था समितियों के द्वारा व्यापक इंतजाम किये गये थे। सभी घाटों को पर तोरण द्वार व पंडाल बनाये गये थे। चारों दिशाओं में लगाये गये ध्वनि विस्तारक यंत्र से बज रहे छठ मैया के कर्णप्रिय गानों से लोगों को भक्तिमय वातावरण में सराबोर कर दिया। अनेक छठ व्रतियों के घर कोशी भरने की रस्म ...