लखनऊ, जून 28 -- निजीकरण के मसले पर आंदोलनरत बिजली कर्मचारियों पर कार्रवाई के बाद अब कर्मचारी संगठनों और पावर कॉरपोरेशन में टकराव बढ़ता दिख रहा है। बिजली कर्मचारियों औरअ अभियंताओं के राष्ट्रीय संगठन, नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स, ने पावर कॉरपोरेशन को कार्रवाई के विरोध में चेतावनी दी है। संगठन ने कहा है कि, निजीकरण का लोकतांत्रिक ढंग से विरोध कर रहे यूपी के बिजली कर्मियों का उत्पीड़न हुआ तो देश के 27 लाख बिजलीकर्मी मूक दर्शक नहीं रहेंगे और सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। बिजली कर्मचारियों ने 2 जुलाई को आंदोलन की घोषणा की है। उन्होंने बार-बार दोहराया था कि उपभोक्ताओं का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा, लेकिन अब जिस तरह से तीन अभियंताओं पर एफआईआर दर्ज करवाई गई है, उसके बाद विरोध प्रदर्शन में तेजी आ सकती है। दो ...