कानपुर, मार्च 25 -- कानपुर, प्रमुख संवाददाता। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय(सीएसजेएमयू) के स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट की ओर से नवाचार एवं सतत विकास की नई दिशा पर केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का मंगलवार को समापन हुआ। समापन सत्र में मुख्य वक्ता व आईआईटी के प्रो. बीवी फणी ने कहा कि विभिन्न उत्पादों में छोटे-छोटे बदलाव करना भी नवाचार होता है। उद्यमिता एवं नवाचार की दिशा में वैश्विक चुनौतियों पर केंद्रित संगोष्ठी में प्रो. फणी ने कहा कि नवाचार दो तरह के क्रमिक और विवरणात्मक होते हैं। क्रमिक नवाचार में हम लोग छोटे-छोटे बदलाव करते हैं। जबकि विवरणात्मक में किसी उत्पाद और प्रक्रिया को पूरी तरह से बदल दिया जाता है। विवि के रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार यादव ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, वित्तीय नवाचार और उद्यमिता को शिक्षा प्रणाली का अभिन्न अंग ...