हरिद्वार, नवम्बर 2 -- राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड केवल एक राज्य नहीं, बल्कि योग, आयुर्वेद और अध्यात्म का प्राण केंद्र है। इस पवित्र धरती से प्रचलित योग और आयुर्वेद की परंपरा ने न केवल भारत को, बल्कि समूचे विश्व को स्वास्थ्य, संतुलन और सद्भाव का संदेश दिया है। उत्तराखंड की यह ऋषि परंपरा आज भी हमें यह प्रेरणा देती है कि ज्ञान का सर्वोच्च उद्देश्य केवल आत्म विकास नहीं, बल्कि विश्व कल्याण है। यह बातें उन्होंने पतंजलि विवि में आयोजित दीक्षांत समारोह के दौरान कही। राज्यपाल ने कहा कि आज उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थी अपने राष्ट्र, प्रदेश और समाज की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे तथा अपनी शिक्षा, प्रतिभा और प्रशिक्षण का उपयोग मानव कल्याण के लिए करेंगे। कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने जो ज्ञान अर्जित किया, वह क...