हल्द्वानी, मार्च 3 -- हल्द्वानी। उत्तराखंड के 250 से अधिक दरोगाओं को भी पदोन्नति का इंतजार है। यह सब दरोगा 15 से 16 साल की नौकरी पूरी कर चुके हैं, लेकिन पद न होने के कारण इन दरोगाओं के कंधे पर तीसरा स्टार नहीं लग पा रहा है। पांच-छह सालों से ये दरोगा निरीक्षक बनने का सपना देख रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस ने बीते दिन 31 दरोगाओं को निरीक्षक बनाया था। निरीक्षकों के डिप्टी एसपी बनने के बाद ही इन दरोगाओं के इंस्पेक्टर बनने की राह आसान हुई, लेकिन प्रदेश में अभी भी 250 से अधिक दरोगा हैं जो निरीक्षक बनने की मानकों को पूरा करते हैं, लेकिन अभी तक वह निरीक्षक नहीं बन पाए हैं। मानकों के अनुसार दरोगा से निरीक्षक पद पर पदोन्नति के लिए दस वर्ष का सेवाकाल होता है। 2008, 2009 और 2010 के ढाई सौ से अधिक दरोगा जो कि 15-16 साल की सर्विस पूरी कर चुके हैं, उन्हें ती...