रांची, फरवरी 22 -- ओरमांझी, प्रतिनिधि। 13 नवंबर 2023 को देश भर के लोग जब दीपावली मनाने की तैयारी में थे उस समय उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल (सुरंग) में फंसे ओरमांझी के तीन मजदूर राजेंद्र बेदिया, सुकराम बेदिया और अनिल बेदिया 18 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर झारखंड पहुंचे थे। उस समय राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन के मजदूरों के हित के लिए कई घोषणा की थी। मजदूरों को झारखंड में ही रोगजार देने, गांव का विकास करने और मजदूरों की आर्थिक मदद करने सहित अबुआ आवास देने की घोषणा की थी। एक वर्ष से अधिक समय बीत गए और टनल में फंसे एक मजदूर राजेंद्र बेदिया की मौत परंतु उसे कुछ नहीं मिला। कुछ माह पहले रिंग रोड में स्थित एक कपड़ा सिलाई कंपनी में काम करने के लिए तीनों को कहा गया था। जिसे तीनों ने यह कहकर छोड़ दिया कि यह काम हम लोगों से नहीं होगा ...
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