विमल पुर्वाल। देहरादून, जुलाई 11 -- उत्तराखंड में 2500 से ज्यादा डॉक्टर पंजीकरण लाइसेंस की वैधता समाप्त होने के बाद भी अस्पतालों में इलाज कर रहे हैं। इस वजह से मरीजों की जान से खिलवाड़ का खतरा बढ़ गया है। दरअसल, कोई भी डॉक्टर उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल में पंजीकरण के बाद ही प्रैक्टिस शुरू कर सकता है। कोई भी डॉक्टर बिना पंजीकरण मरीजों का इलाज नहीं कर सकता।लाइसेंस रिन्यू नहीं करा रहे डॉक्टर इसके बावजूद 2500 डॉक्टर अपने लाइसेंस को रिन्यू नहीं करा रहे हैं। उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल ने ऐसे डॉक्टरों की सूची बनाकर उन्हें कई बार नोटिस जारी किए हैं। उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. सुधीर पांडेय ने 2500 डॉक्टरों का पंजीकरण रिन्यू न होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों को नोटिस भेजे गए हैं।ऐक्ट का खुला उल्लंघन अधिकारियों के अनुसार...
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