हल्द्वानी, नवम्बर 8 -- हल्द्वानी, वरिष्ठ संवाददाता। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की ओर से आयोजित उत्तराखंड के हाल 25 साल विषय पर आयोजित परिचर्चा में विभिन्न संगठनों ने हिस्सा लिया। पीलीकोठी स्थित एक संस्थान में आयोजित परिचर्चा में वक्ताओं ने एकमत होकर कहा कि राज्य गठन के बाद बीते 25 वर्षों में उत्तराखंड की मूल अवधारणा और जनता के सपने बिखर गए हैं। इसके लिए राज्य की सत्ता में शामिल राष्ट्रीय दल और उनसे जुड़े जिम्मेदार लोग उत्तरदायी हैं। अधिवक्ता डीके जोशी ने नशे को राज्य की दुर्दशा का प्रमुख कारण बताते हुए कहा कि राज्य गठन के समय आबकारी राजस्व 253 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर करीब 5,056 करोड़ रुपये हो गया है। लेखक जगमोहन रौतेला ने कहा कि जब राज्य की राजधानी ही कानूनी रूप से स्पष्ट न हो, तो उसका विकास संभव नहीं है। उत्तराखंड क्रांति दल के मोहन क...