देहरादून, सितम्बर 20 -- आसमानी आपदा से प्रभावित नंदा नगर के सुदूर गांवों कुंतरी, लग्गा सरपाणी, धुर्मा में कभी खूब चहल-पहल थी। ‌ग्रामीण धान की फसल पकने का इंतजार कर रहे थे। गांवों में काखड़ी मुंगरी और अन्य सब्जियों की बेलों पर ग्रामीणों की मेहनत और पसीना महक रहा था। पर गुरुवार को पौ फटने से पहले अतिवृष्टि ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। कभी अपने घरों में रह रहे ग्रामीणों ने सोचा भी नहीं था कि उन्हें अपने घरों को छोड़कर कर‌ राहत शिविरों में रहने को मजबूर होना पड़ेगा। जिला प्रशासन ने आपदा प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविरों की अलग-अलग‌ व्यवस्था की है। नन्दा नगर के‌ गल्ला गोदाम में आपदा प्रभावित 26 लोग तथा मैयरा आश्रम में 53 लोगों को ठहराया है। इस प्रकार राहत शिविरों मे 79 लोगों ने रात्रि विश्राम को रखा गया है। जिलाधिकारी डाक्टर संदीप तिवारी ने बताय...