उत्तरकाशी, अगस्त 7 -- उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल में बादल फटने की त्रासदी ने भारी तबाही मचाई है। भूस्खलन और बाढ़ ने सड़कों और पुलों को तहस-नहस कर दिया, जिससे राहत और बचाव कार्यों में भारी मुश्किलें आ रही हैं। लेकिन भारतीय सेना और सीमा सड़क संगठन (BRO) ने चुनौतियों के बीच उम्मीद की किरण जगाई है। सेना के जवान और BRO एक अस्थायी पुल का निर्माण युद्धस्तर पर कर रहे हैं, जो धराली और हरसिल को जोड़ेगा और रेस्क्यू ऑपरेशन को गति देगा।तबाही का मंजर: सड़कें और पुल बह गए 5 अगस्त 2025 को धराली गांव में बादल फटने से खीर गंगा नदी में उफान आया, जिसने दर्जनों घर, होटल और दुकानों को मलबे में बदल दिया। गंगोत्री नेशनल हाईवे सहित कई सड़कें और एक प्रमुख पुल बह गया, जिससे धराली का संपर्क पूरी तरह कट गया। भटवारी, लिंचीगाड़ और गंगरानी के पास सड़कें दलदल में तब्दी...