रविन्द्र थलवाल। देहरादून, अगस्त 6 -- उत्तरकाशी आपदा की दृष्टि से संवेदनशील जिला रहा है। यहां के लोग कई बार आपदाएं झेल चुके हैं। एक आपदा के जख्म भरते नहीं, लोगों के सामने फिर नया संकट खड़ा हो जाता है। कभी भूकंप और भूस्खलन तो कभी बाढ़ उत्तरकाशी के लोगों को जख्म देती आ रही है।साल 1991 में आया था विनाशकारी भूकंप उत्तरकाशी में वर्ष 1991 में विनाशकारी भूकंप आया था। तब जिलेभर में 700 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी। जबकि 1800 से ज्यादा लोग घायल हुए। इसके बाद 2003 में उत्तरकाशी के मुख्य बाजार के ऊपर वरुणावत पर्वत दरका, जिससे पूरे बाजार का भूगोल बदल गया। बड़े-बड़े होटल और भवन ध्वस्त हो गए। इसके बाद उत्तरकाशी को बसाने के लिए केंद्र सरकार ने 250 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज दिया।2012 में आई बाढ़ अगस्त 2012 में अस्सी गंगा घाटी में बाढ़ आई, जिसमें कुछ लोग ला...