देहरादून, अगस्त 5 -- गंगा घाटी में मेलों की रौनक के बीच आपदा के जख्म ने पूरे इलाकों के गमगीन कर दिया। यहां इन दिनों गांव-गांव मेले हो रहे हैं। धराली के हारदुध मेले के लिए बड़ी संख्या में लोग अपने घर लौटे थे। साथ ही दूसरे गांवों से रिश्तेदार भी मेले में शामिल होने आए थे। ऐसे में आपदा से प्रभावित होने वालों की संख्या अनुमान से काफी ज्यादा हो सकती है। पर्यावरण संरक्षण मुहिम से जुड़े द्वारिका सेमवाल कहते हैं कि जितना हम अंदाजा लगा पा रहे हैं नुकसान उससे कहीं ज्यादा हुआ है। अगर, खीरगंगा का सैलाब रात में आता तो शायद ही हालात को तत्काल संभाल पाते। द्वारिका सेमवाल के मुताबिक इन दिनों पूरी गंगा घाटी में मेले चल रहे हैं, ऐसे में मेलों में शामिल होने लोगों दूर-दूर से यहां आते हैं। खासतौर पर जिस गांव में मेला हो रहा होता है, उस गांव के लोगों के रिश्त...