देहरादून, अगस्त 6 -- किस्मत थी जो तीनों लड़के सुरक्षित बच गए। जब खीरगंगा से सैलाब आया तो तीनों लड़के होटल में थे, बस उन्हें भागकर जान बचाने का मौका मिल गया। होटल भी काफी हद तक तब बच गया था, लेकिन मलबा पूरी रात आगे बढ़ता रहा और सुबह तक वह होटल पूरी तरह खत्म हो गया। यह आपबीती उत्तरकाशी के ब्रह्मखाल निवासी मोहन भंडारी ने हिन्दुस्तान के साथ साझा की। मोहन भंडारी का धराली में नाइन एप्पल नाम से होटल था। मोहन भंडारी बताते हैं कि पिछले साल ही उन्होंने होटल शुरू किया था। इस बार अभी आधा ही सीजन चल पाया था। बरसात की वजह से यात्रा काफी कम चल रही थी, ऐसे में होटल में अभी सिर्फ तीन ही कर्मचारी थे। उन्होंने बताया कि मंगलवार दोपहर में होटल में धनारी गंवाणा निवासी शुभम राणा, रविंद्र पंवार और नेपाली मूल का आयुष थे। जैसे ही खीर गंगा में सैलाब आया तो तीनों हो...