सहारनपुर, सितम्बर 1 -- सहारनपुर। महानगर के जैन बाग स्थित श्री वीरोदय तीर्थ मंडपम् में चल रहे दस दिवसीय दशलक्षण महापर्व के चतुर्थ दिवस पर उत्तम शौच धर्म की भक्ति-पूजा के साथ शांति और कल्याण की कामना की गई। दशलक्षण पर्व का चतुर्थ दिवस उत्तम शौच धर्म को समर्पित रहा। आचार्य विमर्शसागर महाराज की सन्निधि में श्री जिनेंद्र प्रभु के अभिषेक, शांतिधारा और पूजा अर्चना विधिवत संपन्न हुई। मंगल देशना देते हुए महाराज ने कहा कि शौच धर्म का अर्थ केवल बाह्य स्वच्छता नहीं, बल्कि आत्मा की पवित्रता और लोभ, झूठ, हिंसा जैसे विकारों से मुक्ति है। उन्होंने कहा कि लोभ सभी पापों की जड़ है, जिसके कारण ही पारिवारिक और सामाजिक विघटन होता है। जैन समाज के अध्यक्ष राजेश जैन, संरक्षक राकेश जैन व सीए अनिल जैन ने विचार रखते हुए कहा कि लोभ, मान, माया और क्रोध जैसे कषायों पर ...