बदायूं, अगस्त 30 -- नगर के मोहल्ला संख्या दो स्थित श्री चंद्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में पर्युषण पर्व का दूसरा दिन जैन अनुनायियों ने उत्तम मार्दव धर्म के रूप में मनाया। जिसमें सर्वप्रथम जैन श्रद्धालुओं द्वारा भगवान जिनेन्द्र का मंगल जलाभिषेक कर शांतिधारा की गई। जैन समाज के लोगों द्वारा तीर्थंकर भगवान की मंगल आरती की गई। प्रवचन करते हुए निखिल जैन ने उत्तम मार्दव धर्म के बारे में बताया कि मृदुभाव आत्मा का स्वभाव है। मृदुता आत्मा के सरल परिणाम को कहते हैं। जैसे कि जो जीव धर्म बुद्धि को जानते हैं, ऐसे जीवों को उचित है कि समस्त जीवों में हमेशा मृदुभाव अर्थात् सरल भाव रखना चाहिए। नीरेश जैन व प्रशान्त जैन द्वारा बच्चों की णमोकार मंत्र एवं भजन प्रतियोगिता कराई गई। णमोकार मंत्र प्रतियोगिता में काशवी जैन-प्रथम, प्रियांश जैन-द्वितीय एवं शिवांश जैन-त...